logo

  • 28
    02:47 am
  • 02:47 am
news-details
क्राइम

Police-rescued-foreman-from-kidnapper-3-arrested

पुलिस ने किडनेपर से फोरमैन को छुड़ाया, तीन गिरफ्तार
-साढ़े आठ लाख के लेन-देन विवाद में दियार वारदात को अंजाम
अभिनव इंडिया/अभिषेक
गुडग़ांव।
खेडक़ीदौला थाना एरिया में गन प्वाइंट पर फोरमैन का किडनेप करने के मामले में मानेसर क्राइम ब्रांच ने पीडि़त को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़वाते हुए तीन आरोपियों को सोनीपत से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने साढ़े आठ लाख के लेन-देन विवाद के चलते वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों से वारदात को अंजाम देने में प्रयोग की गई एक लाईसेंसी रिवॉल्वर, 3 जिन्दा कारतूस व 4 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। 
दरअसल, सोनीपत निवासी अनिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बेटा मनोज कुमार एक बिल्डर कंपनी में बतौर फोरमैन नौकरी करता है। जिसका संदीप नामक युवक से रुपयों का लेन-देन है। उन्होंने बताया कि संदीप ने उनके दूसरे बेटे पंकज को फोन कर बताया कि उनके बेटे मनोज का अपहरण कर लिया। खेडक़ीदौला थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी। मामले में मानेसर क्राइम ब्रांच के प्रभारी एसआई ललित कुमार की टीम ने कार्यवाही करते हुए आरोपियों का पीछा किया और सोनीपत से मनीष कुमार को सकुशल छुड़ाते हुए वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपी 42 वर्षीय संदीप उर्फ काला, 28 वर्षीय मोहित व 23 वर्षीय कुनाल को काबू कर लिया। 
नौकरी लगवाने के नाम पर लिए थे 15 लाख: 
एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि पूछताछ में बताया कि संदीप कुमार उर्फ काले ने तीन साल पहले अपने भांजे को बैंक में नौकरी लगाने के लिए अपनी जमीन बेचकर 15 लाख रुपए मनोज को दिए थे। मनोज द्वारा न तो भांजे की नौकरी लगवाई और न ही रुपए वापस किए। रुपए वापस नहीं दे पाने के कारण मनोज ने पहले अपनी कार आरोपी संदीप उर्फ काले को दे दी थी। कार देने के बाद भी मनोज पर साढ़े आठ लाख रुपये  बकाया थे। मनोज बकाया रुपए नहीं दे रहा था और इससे छुपकर वह नौरंगपुर में एक सोसाइटी में रह रहा था।  

You can share this post!

Comments

Leave Comments