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सेक्सटॉर्शन रैकेट के सरगना सहित दो काबू

-दोनों सगे भाई दो साल से राजस्थान के अलवर से चला रहे थे रैकेट

- सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर करते थे वीडियो कॉल

- आपत्तिजनक वीडियो बनाकर करते थे लोगों को ब्लैकमेल

अभिनव इंडिया/प्रवेश

गुडग़ांव। पुलिस ने राजस्थान के अलवर से चल रहे एक सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ किया है। आरोपी दोनों सगे भाई हैं जो लड़कियों के नाम से सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर पहले लडक़ों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे। इसके बाद लोगों को वीडियो कॉल कर आपत्तिजनक वीडियो चला देते थे और उसका स्क्रीन रिकॉर्ड करके ब्लैकमेल करते थे। पुलिस ने एक आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है और पूछताछ कर रही है।

दरअसल, पुलिस को एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि उसे सोशल मीडिया के जरिए एक युवती की फे्रंड रिक्वेस्ट आई। रिक्वेस्ट को एसेप्ट करने के बाद उसे उसी आईडी से वीडियो कॉल आई। जब उसने वीडियो कॉल पर बात करनी शुरू की तो उसी वक्त युवती की तरफ से आपत्तिजनक हरकतें की जाने लगी। इस वीडियो को रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल किया जाने लगा। आरोप है कि एक व्यक्ति ने फोन कर उसकी वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी गई और उससे करीब 40 हजार रुपए ठग लिए। अपने साथ हुई इस ठगी की शिकायत उसने साइबर थाना वेस्ट को दी। जिसके बाद एसीपी साइबर वेस्ट प्रियांशु दीवान के निर्देशानुसार कार्य करते हुए साइबर क्राइम वेस्ट थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन, एसआई सचिन, एएसआई अमित, राकेश, हवासिंह की टीम ने वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपी भाइयों को काबू कर लिया। जिनकी पहचान राजस्थान के अलवर निवासी 21 वर्षीय अलताप 20 वर्षीय जुनैद के रुप में हुई।

दो साल से चला रहा था रैकेेट:

आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सगे भाई है और इनके आसपास/क्षेत्र के लडक़े .एल.एक्स. फ्रॉड, फेसबुक, व्हाट्सएप से न्यूड वीडियो कॉल करके धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते हैं। आरोपी जुनैद ने न्यूड वीडियो कॉल के माध्यम से धोखाधड़ी करना सीखा और अपने भाई अलताप को भी साईबर ठगी की तकनीक सिखाई। इसके बाद दोनों भाई साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने लगे।

एसीपी का कहना:

एसीपी साइबर वेस्ट प्रियांशु दीवान ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों द्वारा साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने में प्रयोग किए गए तीन मोबाईल फोन बरामद किए हैं। जिनको पुलिस द्वारा इंडियन साईबर क्राईम कॉर्डिनेशन सेन्टर में जांच के लिए भेजा जाएगा।

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